ॐ ह्रीँ नागराजमहापत्न्यै पद्मावत्यै नमः । भ्रान्त कबहूं ना लाऊं, मैं ओघड का चेला अवगड़ का चेला, फिरूँ अकेला, कभी न शीश नवाऊंगा तीजी तीली इतरे में अटकाऊं नाड़ा, केदेई न निकसे बाला इसके लिए आवश्यक है कि आप इस प्रयोग को कभी न कभी सम्पन्न कर लें भैरों https://your-directory.com/listings13203063/a-simple-key-for-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra-unveiled